*कर्म का थप्पड़ इतना भारी*
*और भयंकर होता है कि*
*हमारा जमा हुआ पुण्य कब खत्म*
*हो जाए पता भी नहीं चलता है !!*
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*पुण्य खत्म होने बाद समर्थ राजा को भी भीख मांगनी पड़ती है !!!*
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*इसलिए कभी किसी के साथ छल कपट करके किसी की आत्मा को दुखी ना*
*करें ॥*
*जय माँ गाजणा🙏🚩🔱*
*शुभप्रभात 🙏🚩🇮🇳*